sher-o-shayari
Sunday 3 March 2013
गुमसुम दिल ।।।
आज तक जो दिल कहता रहा ,
करते गए ..
गज़ब तो तब हुई ..
जब दिल ने कुछ भी कहना ही छोड़ दिया ..
अब करें भी तो क्या ????
अपने ही अक्स में
ढूंढता रहा तेरे निशान ,
दर बदर , हर एक शख्स में ...
सबसे करीब से ..
तुझे देख पाया ..
अपने ही अक्स में ...
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